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IND vs ENG 2025: बुमराह को आराम, वाशिंगटन की वापसी | प्लेइंग इलेवन और लाइव अपडेट

क्रिकेट सिर्फ एक खेल नहीं है, बल्कि करोड़ों भारतीयों की भावना है। जब मैदान में भारतीय टीम उतरती है, तो टीवी के सामने बैठा हर दर्शक खुद को मैदान का हिस्सा मानता है। और जब बात इंग्लैंड जैसी मजबूत टीम से भिड़ंत की हो, तो रोमांच और उम्मीदें दोनों अपने चरम पर होती हैं।

ऐसे ही एक मैच में जब भारतीय प्लेइंग इलेवन की घोषणा हुई, तो सबकी नजरें ठहर गईं। जसप्रीत बुमराह, भारत के सबसे भरोसेमंद और घातक गेंदबाज को आराम दिया गया था। उनकी जगह वाशिंगटन सुंदर, साई किशोर रेड्डी और आकाश दीप जैसे तीन नए चेहरों को मौका मिला। और इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी करने का निर्णय लिया।

तो सवाल उठता है – क्या यह एक रणनीतिक निर्णय है या एक जोखिम? आइए इस पूरे फैसले को गहराई से समझते हैं।


जसप्रीत बुमराह को आराम: सही समय पर लिया गया फैसला?

बुमराह – एक ऐसा नाम, जो अकेले किसी भी बल्लेबाज़ी क्रम की नींव हिला सकता है। उनकी यॉर्कर, स्लोवर और लाइन लेंथ इतनी सटीक होती है कि विपक्षी कप्तान भी उनके सामने रणनीति बनाने में उलझ जाता है।

लेकिन इतने प्रभावशाली गेंदबाज को आराम देना एक साहसिक कदम है। दरअसल, क्रिकेट सिर्फ 11 खिलाड़ियों का खेल नहीं है, यह 15-20 खिलाड़ियों की बेंच स्ट्रेंथ की परीक्षा भी है। बुमराह को आराम देना टीम इंडिया की दीर्घकालिक योजना का हिस्सा है।

क्यों ज़रूरी था उन्हें रेस्ट देना?

  • वर्कलोड बढ़ता जा रहा है।
    बुमराह लगातार अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट, आईपीएल और अन्य टूर्नामेंट खेलते आ रहे हैं। शरीर को ब्रेक चाहिए होता है।
  • विश्व कप 2026 की तैयारी।
    टीम बुमराह जैसे स्टार्स को उन टूर्नामेंट्स के लिए तरोताज़ा रखना चाहती है।
  • बेंच स्ट्रेंथ की जांच।
    आज नहीं तो कल टीम को बुमराह के अलावा विकल्प तैयार करने ही होंगे।

वाशिंगटन सुंदर की वापसी: एक ऑलराउंड पैकेज

वाशिंगटन सुंदर का नाम सुनते ही वो मैच याद आता है जहां उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में एक टेस्ट जीताने में बड़ी भूमिका निभाई थी। एक सधे हुए ऑफ स्पिनर, जो बल्लेबाज़ी में भी कमाल कर सकते हैं। सुंदर की खासियत है उनकी शांत स्वभाव, धैर्य और फोकस।

सुंदर क्यों जरूरी हैं इस मैच में?

  • स्पिन के लिए अनुकूल पिच:
    अगर पिच स्पिनर्स को मदद करती है, तो सुंदर शुरुआत में ही गेम पर पकड़ बना सकते हैं।
  • बैटिंग बैकअप:
    निचले क्रम में रन जोड़ने की उनकी काबिलियत भारत के लिए बहुत अहम हो सकती है।
  • डायनामिक फील्डर:
    सुंदर जैसे खिलाड़ी पूरे मैदान पर फुर्ती से खेलते हैं।

इस मुकाबले में सुंदर को देखना दिलचस्प होगा, खासकर इंग्लैंड के बाएं हाथ के बल्लेबाज़ों के खिलाफ।


साई किशोर रेड्डी: घरेलू क्रिकेट का छिपा हुआ हीरा

बहुत से क्रिकेट फैंस के लिए यह नाम नया हो सकता है, लेकिन जो लोग घरेलू क्रिकेट और IPL को बारीकी से देखते हैं, उन्हें पता है कि साई किशोर रेड्डी एक गंभीर प्रतिभा हैं।

बाएं हाथ के स्पिनर, जो टाइट लाइन और लेंथ में माहिर हैं। तमिलनाडु की ओर से घरेलू क्रिकेट में उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन किया है और अब उन्हें अंतरराष्ट्रीय मंच मिला है।

रेड्डी से क्या उम्मीद की जा सकती है?

  • रन रोकने में माहिर:
    रेड्डी की इकोनॉमी बहुत प्रभावशाली है, जिससे वह रन फ्लो पर ब्रेक लगा सकते हैं।
  • नर्वस नहीं होते:
    उनकी गेंदबाज़ी में एक आत्मविश्वास झलकता है, जो नए खिलाड़ियों में कम देखने को मिलता है।
  • IPL एक्सपीरियंस:
    उन्होंने दबाव में गेंदबाज़ी की है, इसलिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी खुद को संभाल सकते हैं।

आकाश दीप: भारत की तेज़ गेंदबाज़ी को नई धार

बुमराह की जगह अगर किसी खिलाड़ी को मौका मिला है, तो वह आकाश दीप हैं। बिहार में जन्मे और बंगाल से खेलने वाले इस तेज़ गेंदबाज़ की कहानी संघर्ष से भरी है, लेकिन उनके पास वह आत्मबल है जो किसी भी बल्लेबाज़ को चौंका सकता है।

आकाश दीप की खास बातें:

  • अच्छी स्विंग:
    वह नई गेंद को दोनों ओर स्विंग करा सकते हैं, जो बल्लेबाज़ों को असहज कर देती है।
  • तेज़ और सटीक:
    उनकी गति और नियंत्रण दोनों बेहतरीन हैं।
  • मज़बूत माइंडसेट:
    रणजी ट्रॉफी और IPL में प्रदर्शन करते हुए उन्होंने खुद को साबित किया है।

टीम इंडिया को उनसे अच्छी शुरुआत की उम्मीद है, और हो सकता है वह जल्दी विकेट निकालकर बुमराह की कमी महसूस न होने दें।


इंग्लैंड का टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी चुनना: चतुर चाल या आत्मविश्वास?

इंग्लैंड की टीम जानती है कि भारत के पास एक मजबूत बल्लेबाज़ी क्रम है। ऐसे में पहले बॉलिंग चुनना शायद इसलिए किया गया ताकि सुबह की नमी और पिच से मिलने वाली शुरुआती मदद का फायदा उठाया जा सके।

इंग्लैंड की रणनीति:

  • भारत के नए खिलाड़ियों पर दबाव डालना।
  • पिच के स्विंग और बाउंस का फायदा उठाना।
  • लक्ष्य का पीछा करना, जो उनकी ताकत रही है।

यह फैसला इंग्लैंड के आत्मविश्वास को दर्शाता है, लेकिन भारत की बल्लेबाज़ी अगर टिक गई तो यह दांव उल्टा भी पड़ सकता है।


भारत की संभावित प्लेइंग इलेवन

  1. रोहित शर्मा (कप्तान)
  2. शुभमन गिल
  3. विराट कोहली
  4. सूर्यकुमार यादव
  5. केएल राहुल (विकेटकीपर)
  6. हार्दिक पंड्या
  7. वाशिंगटन सुंदर
  8. साई किशोर रेड्डी
  9. आकाश दीप
  10. कुलदीप यादव
  11. मोहम्मद सिराज

क्या यह प्लान भारत के लिए फायदेमंद साबित होगा?

किसी भी टीम के लिए यह ज़रूरी होता है कि वह नई प्रतिभाओं को मौका दे। जब बुमराह, भुवनेश्वर, शमी जैसे खिलाड़ी टीम में आए थे, तब भी किसी ने उन्हें पहली बार मौका दिया था। आज वही स्टार हैं।

इसी तरह रेड्डी, दीप और सुंदर भी अगर इस मौके को भुना पाए, तो वह भारत के अगले पांच साल की टीम का हिस्सा हो सकते हैं।

https://www.espncricinfo.com/cricket-videos/india-do-need-the-extra-batting-against-england-at-edgbaston-says-varun-aaron-1493100


निष्कर्ष: बदलाव ज़रूरी है, लेकिन संतुलन के साथ

बुमराह को आराम देना एक जोखिम जरूर है, लेकिन ज़िम्मेदार कप्तानी और सोच का संकेत भी है। वाशिंगटन सुंदर, रेड्डी और आकाश दीप जैसे खिलाड़ी इस मैच से बहुत कुछ सीख सकते हैं।

इंग्लैंड ने पहले गेंदबाज़ी चुनकर भारत को चुनौती दी है। अब देखना है कि क्या यह नए चेहरे दबाव में चमकते हैं या अनुभव की कमी कहीं भारी पड़ती है।

MNREGA अंतर्गत संविदा पर नौकरी का सुनहरा मौका – चाईबासा जिले में 34 पदों पर भर्ती

पश्चिमी सिंहभूम (चाईबासा), जून 2025:
यदि आप सरकारी योजनाओं के साथ जुड़कर ग्रामीण क्षेत्रों के विकास में भागीदार बनना चाहते हैं, तो यह मौका आपके लिए है। चाईबासा जिला प्रशासन द्वारा महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के अंतर्गत संविदा आधारित विभिन्न पदों पर नियुक्ति के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं।

जारी विज्ञापन संख्या 02/2025 के अनुसार, प्रखण्ड कार्यक्रम पदाधिकारी, तकनीकी सहायक, लेखा सहायक, कंप्यूटर सहायक एवं ग्राम रोजगार सेवक जैसे पदों के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे गए हैं।


कुल रिक्त पदों की संख्या और विवरण

क्रम संख्यापद का नामकुल पद
1प्रखण्ड कार्यक्रम पदाधिकारी1
2तकनीकी सहायक (कनीय अभियंता)4
3लेखा सहायक2
4कंप्यूटर सहायक4
5ग्राम रोजगार सेवक23

नोट: पदों की संख्या आरक्षण रोस्टर के अनुसार घट-बढ़ सकती है।


आवेदन कैसे करें?

  • आवेदन की प्रक्रिया केवल ऑनलाइन है।
  • आवेदन करने की तिथि: 23 जून 2025 से 08 जुलाई 2025 तक, शाम 5:00 बजे तक।
  • आवेदन का लिंक: http://applyrdd.jharkhand.gov.in
  • पूरी जानकारी के लिए देखें: www.chaibasa.nic.in

शैक्षणिक योग्यता (पदवार)

  1. प्रखण्ड कार्यक्रम पदाधिकारी
    • किसी भी संकाय में स्नातक (55% अंक), या स्नातकोत्तर डिग्री।
    • MBA, BCA, PGDBA, MCA जैसी डिग्री अतिरिक्त योग्यता मानी जाएगी।
  2. तकनीकी सहायक (JE के समकक्ष)
    • सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा अनिवार्य।
    • B.Tech/B.E. तथा MCA/PGDCA जैसे कंप्यूटर पाठ्यक्रम लाभकारी।
  3. लेखा सहायक
    • B.Com ऑनर्स या सामान्य (55%) अनिवार्य।
    • M.Com, BCA, PGDCA जैसे डिग्रीधारी को प्राथमिकता मिलेगी।
  4. कंप्यूटर सहायक
    • BCA, B.Sc. कंप्यूटर ऑनर्स/सामान्य या स्नातक + PGDCA।
    • MCA, MSc कंप्यूटर साइंस को वरीयता दी जाएगी।
  5. ग्राम रोजगार सेवक
    • न्यूनतम इंटरमीडिएट या मैट्रिक के बाद ITI।
    • स्नातक/PGDCA/संबंधित डिग्री हो तो वरीयता।

आयु सीमा (01.01.2025 के अनुसार)

श्रेणीअधिकतम आयुदिव्यांग के लिए
अनारक्षित35 वर्ष45 वर्ष
SC/ST (पुरुष/महिला)40 वर्ष50 वर्ष
EWS35 वर्ष45 वर्ष
महिला (UR/EWS)38 वर्ष48 वर्ष

मानदेय (Monthly Salary)

पद नाममासिक मानदेय
प्रखण्ड कार्यक्रम पदाधिकारी₹23,140
तकनीकी सहायक₹19,000
लेखा सहायक₹14,300
कंप्यूटर सहायक₹14,300
ग्राम रोजगार सेवक₹11,000

चयन प्रक्रिया और शर्तें

  • यह सभी नियुक्तियां संविदा आधारित होंगी, यानी ये नियमित नौकरी नहीं मानी जाएंगी।
  • प्रारंभिक नियुक्ति 1 वर्ष के लिए होगी, कार्य की समीक्षा के बाद नवीकरण संभव है।
  • मेधा सूची शैक्षणिक योग्यता के अंकों के आधार पर बनेगी।
  • आवश्यकता होने पर लिखित परीक्षा या दक्षता परीक्षा भी ली जा सकती है।

आवेदन के साथ अनिवार्य दस्तावेज (स्कैन कॉपी में):

  • पासपोर्ट साइज फोटो
  • शैक्षणिक प्रमाण पत्र (अनिवार्य एवं अतिरिक्त)
  • जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)
  • EWS/आय प्रमाण पत्र
  • निवास प्रमाण पत्र
  • दिव्यांगता प्रमाण पत्र (यदि हो)
  • आधार कार्ड/मतदाता पहचान पत्र/ड्राइविंग लाइसेंस/पैन कार्ड (कोई एक)
  • शपथ पत्र: यह घोषित करें कि आपने इस पद हेतु किसी अन्य जिले में आवेदन नहीं किया है।

महत्वपूर्ण निर्देश

  • केवल एक जिले में ही आवेदन मान्य होगा। अन्य जिले में आवेदन किया गया तो वह निरस्त माना जाएगा।
  • सभी प्रमाण पत्र सरकारी मान्यता प्राप्त संस्थान से जारी होने चाहिए।
  • यदि किसी अभ्यर्थी द्वारा गलत जानकारी दी जाती है, तो उसका आवेदन स्वतः रद्द कर दिया जाएगा।
  • एक उम्मीदवार एक से अधिक पदों के लिए आवेदन कर सकता है, लेकिन अलग-अलग फॉर्म भरने होंगे।

निष्कर्ष:

ग्रामीण विकास विभाग के अंतर्गत मनरेगा योजना से जुड़कर काम करने का यह एक बेहतरीन अवसर है। खासकर उन युवाओं के लिए, जो समाज सेवा की भावना रखते हैं और तकनीकी, लेखा या कंप्यूटर क्षेत्र से संबंधित शिक्षा प्राप्त कर चुके हैं।

इस योजना में काम करके न सिर्फ ग्रामीण भारत के विकास में योगदान दिया जा सकता है, बल्कि स्थायी कार्य अनुभव और समाजिक पहचान भी अर्जित की जा सकती है।

इसलिए, योग्य उम्मीदवार समय पर आवेदन करें और इस सुनहरे अवसर का लाभ उठाएं।

📌 अधिक जानकारी के लिए देखें:
👉 http://applyrdd.jharkhand.gov.in
👉 http://www.chaibasa.nic.in

India VS England के बीच हेडिंग्ले टेस्ट मैच के पहले दिन का पहला सेशन उतार-चढ़ाव

India VS England के बीच हेडिंग्ले टेस्ट मैच के पहले दिन का पहला सेशन उतार-चढ़ाव से भरा रहा। भारत की सलामी जोड़ी ने जहाँ एक ओर टीम को मजबूत शुरुआत दी, वहीं इंग्लैंड ने पहले सेशन के अंत में दो अहम विकेट चटकाकर वापसी कर ली। यह मुकाबला अब एक रोचक मोड़ पर पहुंच चुका है, और पहले ही सेशन में दर्शकों को भरपूर रोमांच देखने को मिला।

भारत ने टॉस हारकर पहले बल्लेबाज़ी की शुरुआत की। यशस्वी जायसवाल और केएल राहुल ने मिलकर सावधानी से पारी की शुरुआत की, लेकिन जैसे ही गेंद थोड़ी ढीली फेंकी गई, दोनों बल्लेबाज़ों ने चौकों की झड़ी लगा दी। इंग्लैंड के गेंदबाज़ों ने पहले दस ओवरों में अच्छी लाइन और लेंथ पर गेंदबाज़ी करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने कई बार गेंद ज़्यादा आगे फेंकी, जिससे बल्लेबाज़ों को रन बटोरने में मदद मिली।

यशस्वी जायसवाल को शुरुआती ओवरों में

यशस्वी जायसवाल को शुरुआती ओवरों में इनस्विंग होती गेंदों से थोड़ी परेशानी हुई। कुछ गेंदें उनकी पैड्स पर लगीं, लेकिन वे बिना विकेट गंवाए इन चुनौतियों से पार पा गए। कुछ कट शॉट्स उन्होंने हवा में खेले जो गली क्षेत्र में गए, लेकिन गेंदबाज़ विकेट नहीं निकाल पाए। दूसरी ओर, केएल राहुल ने अनुभव का परिचय देते हुए समय के साथ पारी को संभाला और कई खूबसूरत ड्राइव शॉट्स खेले, खासकर कवर और स्ट्रेट ड्राइव्स उनके बल्ले से शानदार निकले।

भारत की यह सलामी जोड़ी इंग्लैंड पर हावी होती दिखी। पहले घंटे के भीतर ही नौ चौके लग चुके थे, और स्कोर बोर्ड तेज़ी से बढ़ रहा था। दर्शक भी रोमांचित थे क्योंकि यह पहली बार था जब हेडिंग्ले में पिछले सात टेस्ट मैचों में शुरुआती दस ओवरों में कोई विकेट नहीं गिरा। रन गति नियंत्रित रखने के प्रयास में इंग्लैंड ने एक डीआरएस रिव्यू भी गंवा दिया। जोश टंग की एक इनस्विंग गेंद पर जब यशस्वी के खिलाफ एलबीडब्ल्यू की अपील की गई, तो रिव्यू लेने के बाद भी यह स्पष्ट हो गया कि गेंद लेग स्टंप के बाहर पिच हुई थी और फिर लेग साइड की ओर जा रही थी।

जैसे-जैसे सत्र आगे बढ़ता गया, दोनों बल्लेबाज़ों का आत्मविश्वास बढ़ता गया। जायसवाल ने स्वीप और ड्राइव शॉट्स के माध्यम से रन बनाए, जबकि राहुल ने शॉर्ट बॉल्स पर अच्छे पुल और कट शॉट्स खेले। यह साझेदारी टीम इंडिया के लिए आदर्श साबित हो रही थी, लेकिन जैसे ही लंच ब्रेक करीब आया, खेल का रुख पलटा।

केएल राहुल, जो शानदार लय में बल्लेबाज़ी कर रहे थे, उन्होंने एक अतिरिक्त कवर ड्राइव खेलने की कोशिश की, लेकिन गेंद उनके बल्ले के बाहरी किनारे से निकलकर सीधा पहली स्लिप में चली गई। इंग्लैंड के गेंदबाज़ कार्स ने यह अहम सफलता दिलाई और इंग्लिश खिलाड़ियों का उत्साह सातवें आसमान पर पहुंच गया।

राहुल के आउट होते ही भारत को पहला झटका लगा और स्कोर 91 रन पर एक विकेट हो गया। इसके बाद डेब्यू कर रहे साई सुदर्शन मैदान पर आए। फैंस की निगाहें अब इस युवा बल्लेबाज़ पर थीं कि वो अपने पहले टेस्ट में कैसी शुरुआत करते हैं। लेकिन दुर्भाग्यवश, उनका यह डेब्यू यादगार नहीं बन पाया।

सुदर्शन ने अभी खाता भी नहीं खोला था कि बेन स्टोक्स की लेग साइड की ओर जाती गेंद को उन्होंने छू दिया और विकेटकीपर ने आसान कैच लपक लिया। इस तरह वह शून्य पर आउट हो गए। एक समय जहाँ भारत 100 के पार बिना किसी नुकसान के जाता दिख रहा था, वहीं अचानक दो विकेट गिर जाने से टीम का आत्मविश्वास हिल सा गया।

लंच ब्रेक के समय भारत का http://India VS England स्कोर 92 रन पर दो विकेट था। यशस्वी जायसवाल क्रीज़ पर टिके हुए थे और वे अपने अर्धशतक की ओर बढ़ रहे थे। लेकिन यह दोहरे झटके इंग्लैंड के लिए बहुत अहम साबित हुए क्योंकि इससे न सिर्फ रनगति पर ब्रेक लगा, बल्कि भारतीय ड्रेसिंग रूम में भी चिंता की लहर दौड़ गई।

पहले सेशन के अंत में साफ़ था कि मुकाबला अब पूरी तरह संतुलन में है। भारत ने शानदार शुरुआत की, लेकिन इंग्लैंड ने जिस तरह वापसी की, उसने बता दिया कि ये टेस्ट मैच अब और भी दिलचस्प मोड़ लेगा।

अगले सेशन में यह देखना दिलचस्प होगा कि यशस्वी जायसवाल अपनी पारी को किस ऊँचाई तक ले जाते हैं और क्या मिडल ऑर्डर इस तेज़ गेंदबाज़ी आक्रमण का सामना कर पाएगा या नहीं।

फिलहाल, पहले सेशन की बात करें तो यह कहना गलत नहीं होगा कि दर्शकों को टेस्ट क्रिकेट का पूरा मज़ा मिल रहा है — जहां एक ओर बल्लेबाज़ी की क्लास दिखी, वहीं गेंदबाज़ों की वापसी ने मुकाबले को रोमांचक बना दिया है।

Mahindra Bolero Neo 2025 में क्या है खास? जानिए नए अपडेट और बदलाव

भारत में नई Mahindra Bolero Neo को 15 अगस्त 2025 को अनावरण (unveil) करने की योजना है। जबकि इसकी वास्तविक बिक्री अक्टूबर 2025 में शुरू होने की उम्मीद है ।
यह अपडेटेड मॉडल मौजूदा Bolero Neo के बड़े बदलाव के रूप में पेश किया जाएगा—जिसमें नई बॉडी पैनल्स, टेक्नोलॉजी, और सुरक्षा फीचर्स शामिल होंगे।


🚗 बाहरी डिज़ाइन (Exterior Design)

नए मॉडल के स्पाई शॉट्स से पता चलता है कि इसे लगभग पूरी तरह से नया लुक मिला है:

  • फ्रंट ग्रिल – बड़ी करीने से डिजाइन की गई वर्टिकल स्लैट्स वाली ग्रिल, जिसमें नया महिंद्रा बैज फंसा हुआ है ।
  • सर्कुलर हेडलैंप्स – गहरे projector-style राउंड लैंप्स, जो Mahindra Thar Roxx जैसे लगते हैं ।
  • LED DRLs और नया बम्पर – वाहेनीय air dam, LED DRLs और rugged स्टाइल वाला नया फ्रंट बम्पर ।
  • साइड प्रोफाइल – फ्लश-फिट दुबले–दुबले door-handles, chunky wheel arches, pronounced cladding, side-steps, और multi-spoke alloy wheels जैसे XUV700—जिनसे यह SUV और beefy और premium दिखती है autodarpan.com+9autocarindia.com+9carwale.com+9
  • पिछला हिस्सा – side-hinged tailgate पर स्पेयर व्हील, नविन vertically-stacked tail lamps, और नए रियर बम्पर autocarindia.com
  • Overall styling में Land Rover Defender और Mercedes G–Wagon को भी जुड़ा हुआ लुक मिलता है—जबकि ladder-frame चेसिस अभी भी कायम है autocarindia.com

🛋️ इंटीरियर और आराम (Interior & Comfort)

स्पाई तस्वीरों और फीचर लिस्ट से पता चलता है कि इंटीरियर में ग्राउंड-अप बदलाव आएंगे:

  • डैशबोर्ड और कंसोल – पूरी तरह से redesigned, बड़ा टचस्क्रीन infotainment यूनिट और नया centre console ।
  • टेक्नोलॉजी फीचर्स – डिजिटल या सेमी-डिजिटल इनस्ट्रूमेंट क्लस्टर, likely 7–9 इंच का टचस्क्रीन, Apple CarPlay/Android Auto, और वायरलेस चार्जिंग ।
  • कम्फर्ट सुविधाएँ – पैनोरमिक सनरूफ, डुअल-ज़ोन climate control, automatic climate control, power-adjustable ड्राइवर सीट, ऑटो-डिम IRVM जैसे फीचर्स आना लगभग पक्का है ।
  • सिटिंग – यह 7-सीटर configuration में आएगा (2+3+2), जबकि Neo Plus में 9 सीटों वाला 2+3+4 लेआउट मौजूद है—जो जैसे N10 Plus वैरिएंट में मिलता है ।
  • बूट स्पेस और storage – अनुमानित boot space 384–696 लीटर तक जा सकता है, जब दूसरी और तीसरी पंक्ति फोल्ड की जाती है ।

🛠️ इंजन व प्रदर्शन (Engine & Performance)

नए Bolero Neo के इंजन और ट्रांसमिशन की स्थिति इस प्रकार होगी:

⚙️ 1.5‑लीटर mHawk डीज़ल इंजन

  • वर्तमान में 100 PS (98.5 bhp) और 260 Nm टॉर्क जनरेट करता है carwale.com+13autocarindia.com+13auto.mahindra.com+13ackodrive.com
  • यह इंजन 5-स्पीड मैनुअल गियरबॉक्स के साथ आएगा—अभी तक ऑटोमैटिक विकल्प पर स्पष्टता नहीं, लेकिन आने की संभावना है ।
  • इंधन दक्षता – औसतन 17.29 kmpl ARAI रिपोर्ट के अनुसार, वास्तविक दुनिया में लगभग 17 मध्य मूल्य 91wheels.com+3carwale.com+3ackodrive.com+3

⚙️ 2.2‑लीटर mHawk डीज़ल (Neo Plus के लिए)

  • Neo Plus 9‑सीटर मॉडल के लिए पेश किया गया, जिसमें 118 bhp और 280 Nm टॉर्क शामिल है, 6-स्पीड मैनुअल के साथ 91wheels.com+2cardekho.com+2carlelo.com+2
  • माइलेज लगभग 14–15 kmpl हाइवे, 10–11 शहर में ।
  • suspension: डीप वस्सपेंडर के साथ enhanced tuning rural रास्तों के लिए बेहतर कॉम्पैटिबिलिटी ।

🫧 सुरक्षा (Safety Features)

नए मॉडल को safety के दृष्टिकोण से खास बनाता है उसका ADAS और एयरबैग्स के संयोजन:

  • 6 एयरबैग्स (फ्रंट, साइड, पर्दा एयरबैग्स) अब स्टैंडर्ड होंगे ।
  • ADAS (Level‑2) में शामिल हो सकता है: lane departure warning, forward collision warning, automatic emergency braking, traffic sign recognition और front camera sensors ।
  • इसके अलावा standard safety systems: ABS+EBD, ISOFIX mounts, speed sensing वाह, central locking आदि carlelo.com+191wheels.com+1
  • भविष्य में BNCAP crash test में अच्छी रेटिंग की उम्मीद है carwale.com

💰 कीमत (Pricing)

CarWale, Cardekho, Ackodrive की रिपोर्ट्स के अनुसार यह है अनुमानित एक्स-शोरूम कीमत:

  • Bolero Neo
    • बेस N4: ₹9.95–9.97 लाख
    • N8: ₹10.64–10.66 लाख
    • N10: ₹11.50 लाख
    • N10 (O): ₹12.18 लाख
  • Bolero Neo Plus (9‑Seater)

– अनुमानित ऑन‑रोड कीमत दिल्ली में ₹11.71 लाख से लेकर ₹14.27 लाख तक हो सकती है ackodrive.com


🌟 मुख्य फीचर्स का सारांश

श्रेणीमुख्य बदलाव / फीचर्स
डिज़ाइननया ग्रिल, सर्कुलर हेडलैंप, LED DRL, फ्लश हैंडल, rugged arches, new alloys
इंटीरियर & टेकनया डैशबोर्ड, बड़ा टचस्क्रीन, digital cluster, वायरलेस कनेक्टिविटी
इंजन1.5 L 100 PS डीज़ल; Neo Plus के लिए 2.2 L 118 PS
प्रदर्शनमाइलेज ~17 kmpl; ground clearance ~180 mm
सुरक्षा6 एयरबैग, ADAS Level‑2, ABS+EBD, ISOFIX
आरामपैनोरमिक सनरूफ, क्लाइमेट कंट्रोल, power seat, wireless charging
सीटिंगNeo – 7‑सीटर; Neo Plus – 9‑सीटर
कीमत₹9.95–12.18 लाख (Neo); ₹11.39–12.49 लाख (Neo Plus)

🧭 खरीदने से पहले के विचार

  1. रेंज और उपयोग – 7-सीटर Neo शहर और लेटेस्ट rural उपयोगिता के लिए उपयुक्त, जबकि 9-सीटर Neo Plus बड़े परिवारों/मैट्रोपॉलिटन/हायर passenger उपयोग के लिए बेहतर।
  2. तकनीक vs बजट – अगर आपके लिए ADAS, डिजिटल क्लस्टर, और सनरूफ जैसे अपडेट महत्वपूर्ण हों, तो थोड़ी अधिक कीमत देने में समझदारी है।
  3. माइलेज – 2.2 L डीज़ल इंजन वाली Neo Plus की माइलेज 14-15 kmpl अनुमानित है, जबकि 1.5 L इंजन वाली बेस Neo ~17 kmpl देती है।
  4. सेल‑बैक एवं इन्शुअरेन्स – हाल की रिपोर्ट्स के अनुसार ऑफर्स, ऑफ-रोडर्स, insurance benefits, finance packages इत्यादि मिलेंगे। स्थानीय डीलर से पूछने योग्य है।

✅ निष्कर्ष

नया Mahindra Bolero Neo (2025‑2026 मॉडल) एक बड़ा update है—यह rugged SUV को modern और premium तरीके से टारगेट करता है। नए डिजाइन, ADAS‑focused सुरक्षा, improved comfort & connectivity टेक्नोलॉजी, और multiple इंजन विकल्प इसे कष्ट-सहिष्णु और भविष्य के लिए बेहतर बनाते हैं।

लॉन्च के बाद आने वाले रिव्यूज़ और डीलर डेमो के आधार पर आपको और स्पष्टता मिलेगी कि कौन सा वेरिएंट—Neo या Neo Plus—आपकी ज़रूरतों और बजट के अनुरूप सही रहेगा।